LAN क्या है – What is LAN in Hindi – कम्प्यूटर नेटवर्क

LAN – लैन

Full form of LAN

The full form of LAN is Local Area Network

LAN का पूरा नाम Local Area Network अर्थात स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क होता है।

Definition of LAN | लैन की परिभाषा

LAN एक ऐसा नेटवर्क है जिसका निर्माण एक सीमित भौगोलिक दूरी के भीतर आपस में दो या दो से अधिक कंप्यूटर्स व उनके सहायक उपकरणों को एक वायर अथवा वायरलेस कम्युनिकेशन मीडिया द्वारा जोड़कर डिजिटल संचार व फिजिकल रिसोर्सेज को शेयर करने के लिए किया जाता है। वर्तमान समय में Local Area Network में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला प्रोटोकॉल ईथरनेट है।

यह एक High Speed Network होता है। जो कि एक छोटी दूरी लगभग् 1 से 2 किलोमीटर की range को कवर करता है।

इस नेटवर्क की संचार गति काफी तेज व त्रुटि रहित होती है।

लैन के माध्यम से यूजर्स, स्टोरेज डिवाइस, प्रिन्टर्स, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर, डेटा तथा अन्य नेटवर्किंग रिसोर्सेस को share कर सकते हैं।

LAN को छोटे भौगोलिक क्षेत्र जैसे कि घर, ऑफिस, दुकान, विद्यालय आदि जगहों में स्थापित किया जा सकता है।

सामान्यत: LAN में Star, Ring, व Mesh topologies का प्रयोग किया जाता है।

और transmission medium के रूप में फाइबर आप्टिक केबल या को-एक्सियल केबल (fiber optic cable or Co-axial cable) का प्रयोग किया जाता है।

लोकल एरिया नेटवर्क में data को ट्रांसमिट करने की गति 100 Mbps तक होती है।

चूँकि यह नेटवर्क निजी तौर पर किसी संस्था द्वारा ही स्थापित व मैनेज किया जाता है, अत: इसे प्रायवेट डेटा नेटवर्क भी कहते हैं।

 

LAN की विशेषताएं | Characteristics of LAN

LAN के गुण | Features of LAN

  • LAN एक सीमित दूरी तक ही कार्य करता है लगभग 1से 2 किलोमीटर तक।
  • इसकी लागत सामान्यतः कम होती है
  • लैन में डेटा की संचार गति काफी तेज व त्रुटि रहित होती है।
  •  इसके अंदर कंप्यूटर्स की संख्या सीमित होती है।
  • इसमें लीज्ड दूरसंचार लाइनों की कोई जरूरत नहीं होती है।
  • LAN, नेटवर्किंग को सपोर्ट करने वाले Network Operating System (NOS) का उपयोग करता है।
  • लैन के द्वारा कई महंगे उपकरण जैसे कि प्रिंटर, स्कैनर, स्टोरेज डिवाइस आदि को share किया जा सकता है।

LAN में प्रयोग होने वाली टोपोलॉजियॉं

 

LAN टोपोलॉजी क्या है? एवं इसके समस्त प्रकार

 

LAN में प्रयोग होने वाले प्रोटोकॉल्स

  • ईथरनेट (Ethernet)– जेरॉक्स कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित
  • ओम्नीनेट (Omninet)– कॉरवस सिस्टम (Corvus System) द्वारा निर्मित
  • आर्कनेट (ArcNet)

Types of LAN | लोकल एरिया नेटवर्क के प्रकार

लैन मुख्य‍त: दो प्रकार के होते हैं –  LAN में प्रयोग किये जाने वाले ट्रांसमिशन मी‍डिया के आधार पर-

  • Wired LANs

  • Wireless LANs

वायर्ड लैन (Wired LANs) – तारयुक्त लैन- एक ऐसा नेटवर्क होता है जो डेटा के ट्रान्समिशन के लिए केबल्स (तार) जैसे कि twisted pair cable या Co-axial cable का प्रयोग करते हैं।

वायरलेस लैन (Wireless LANs) – ताररहित लैन – ऐसे local area network जो डेटा के ट्रांसमिशन के लिए transmission अर्थात communication medium के लिए तार रहित (wireless) माध्यम जैसे कि रेडियो तरंगों, लाइट तरंगों आदि का इस्तेमाल करते हैं। इनमें तार का इस्तेमाल नही किया जाता है।

Components of LAN | लैन को बनाने में प्रयोग होने वाले घटक व डिवाइसेस

लैन का निर्माण करने में प्रयोग होने वाले components व devices निम्नलिखित हैं-

  • Work Station – सर्वर बनाने के लिए
  • PC – क्लाइन्ट कम्प्यूटर बनाने के लिए
  • File Server – फाइल को store व share करने के लिए
  • Connectivity device – जैसे – ब्रिज, हब, राउटर, रिपीटर,गेटवे, स्विच।
  • NIC – Network Interface Card
  • NOS – Network Operating System
  • Application Software
  • Protocols
  • Connectors
  • Transmission/Communication media – डेटा के ट्रान्समिशन के लिए

LAN के लाभ व हानि | Advantages and Disadvantages of LAN

LAN के लाभ | Advantages of LAN

  1. यह एक तीव्र गति का नेटवर्क होता है।
  2. कम लागत की आवश्यकता होती है।
  3. Install (स्थापित) करना आसान होता है।
  4. लैन कीमती उपकरण जैसे कि प्रिंटर, स्कैनर, हार्ड डिस्क आदि को शेयर करने की अनुमति प्रदान करता है, जिससे समय व धन की बचत होती है।
  5. यह यूजर्स को त्रुटि रहित संचार करने में सक्षम बनाता है।
  6. LAN मल्टी यूजर कंप्यूटर इन्वायरमेंट भी प्रदान करता है।
  7. यह files अथवा records को सुरक्षित रखने के लिए पासवर्ड प्रोटेक्शन की सुविधा प्रदान करता है।
  8.  साथ ही यह प्रत्येक यूजर को अलग-अलग login ID व password प्रदान करता है।

LAN की हानियॉं | Disadvantages of LAN | लैन के दोष

  1. कम दूरी तक ही सीमित है।
  2.  रिसोर्सेज साझा करने से उनकी गति कम हो जाती है।
  3. LAN को इंस्टॉल व रिकॉन्फीग्रेशन करने के लिए technical व skilled व्यक्तियों की जरूरत होती है।
  4. नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर के पास पर्याप्त ज्ञान होना चाहिए नेटवर्क से जुड़े यूजर्स और कम्प्यूटर्स को मैनेज, कंट्रोल व अधिकार प्रदान करने के लिए।

 

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