बस टोपोलॉजी क्या है – इसके उपयोग, लाभ व हानि – What is Bus Topology in Hindi

Bus Topology बस टोपोलॉजी

बस टोपोलॉजी, LAN (Local Area Network) में सबसे अधिक प्रयोग होने वाली एक साधारण टोपोलॉजी है। जिसमें नेटवर्क के प्रत्येक नोड एक ही केबल के द्वारा जुड़े होते हैं।

यह एक पैसिव टोपोलॉजी (Passive Topology) है। अर्थात कोई भी computer अथवा node किसी दूसरे computer अथवा node को message भेजना चाहता है तो उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि केबल अर्थात bus में कोई data प्रवाहित नहीं हो रहा है। बस खाली रहने पर ही data को भेजा जा सकता है।

अर्थात इस टोपोलॉजी में एक समय में, एक ही computer डेटा को bus के द्वारा दूसरे computer को भेज सकता है। अगर किसी और computer को data या file आदि भेजनी है तो उसे bus के खाली होने का इंतजार करना पड़ेगा।

Bus Topology in Hindi
BUS Topology

Bus Topology में प्रयोग होने वाले उपकरण

टार्मिनेटर (Terminator) – बस टोपोलॉजी में प्रयोग होने वाली केवल के दोनो छोर पर लगी एक device (संयंत्र) होती है, जिसका काम signals को नियंत्रित करना होता है। (Terminating Resistance absorbs signal)

टैप (Tap) – एक connector जो bus (बड़ी केबल) या main cable व drop line को जोड़ता है।

ड्रॉपलाइन (Drop line या Drop cable) – एक केबल जो node व main cable को जोड़ने में मदद करती है।

Bus Topology का उपयोग (Uses of Bus Topology)

बस टोपोलॉजी का उपयोग-  जहॉं अत्यंत उच्च गति के संचार चैनल (communication channel) का प्रयोग सीमित क्षेत्र में किया जाना होता है।

बस टोपोलॉजी के लाभ व हानि (Advantages and disadvantages of Bus Topology)

बस टोपोलॉजी के लाभ (Advantages of Bus Topology)

Bus Topology के प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं –

  1. Bus Topology सरल व उपयोग में आसान होती है।
  2. इसको स्थापित करना (install करना) या बनाना सरल होता है।
  3. कोई नया node जोड़ना व पुराना node हटाना आसान होता है।
  4. इसमें और टोपोलॉजी के मुकाबले कम केबल की आवश्यकता होती है, जिससे लागत कम लगती है।
  5. Bus टोपोलॉजी का विस्तार करना सरल होता है।

बस टोपोलॉजी की हानियॉं (Disadvantages of Bus Topology)

Bus Topology के प्रमुख हानियां निम्नलिखित हैं –

  1. Bus यानी कि transmission line में कोई समस्या होने पर सम्पर्ण network प्रभावित हो जाता है या विफल हो सकता है।
  2. Network में ट्रैफिक (use या visit करने वाले users या visitors की संख्या) ज्यादा होने पर bus की गति (speed) कम होने लगती है।
  3. इसमें छोटे size का ही लोकल एरिया नेटवर्क बनाया जा सकता है।
  4. दो computers के बीच cable खराब होने पर या किसी computer की खराबी पर सम्पूर्ण network प्रभावित होता है।

 

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