मॉनिटर (Monitor) क्या है विशेषताऍं एवं प्रकार

Monitor kya hai Hindi

मॉनिटर (Monitor) मॉनिटर, कम्प्यूटर के लिए सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली एक softcopy output device है, जो central processing unit (CPU) के द्वारा सम्पन्न किये गये processing के परिणाम को visual अथवा graphical रूप में प्रदर्शित करता है। यह computer व user के मध्य विजुअल सम्बन्ध (visual interface) स्थापित करता है। जिससे कम्प्यूटर में काम …

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कम्प्यूटर सिस्टम की अवधारणा – Computer system concept

Concept and Working Pirnciple of Computer System in Hindi

 Concept of Computer system  Concept and Working Principle of Computer System – कंप्यूटर सिस्टम की अवधारणा एवं कार्य सिद्धांत कम्प्यूटर सिस्टम की अवधारणा (concept), कम्प्यूटर के आंतरिक भाग में स्थित इलेक्ट्रॉनिक सर्किट व इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स (बाइनरी कोड 0 व 1) की मदद से डेटा के प्रोसेसिंग पर आधारित है। एवं इसका कार्य सिद्धान्त (working principle) …

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ट्रांसमिशन मोड क्या है एवं इसके प्रकार –

What is Transmission mode and its types in Hindi

Data transmission mode अथवा – डेटा संचार माध्यम (communication Channel) की अवस्थाऍं –  Modes of Communication / Transmission Channel ट्रांसमिशन मोड कम्युनिकेशन मोड उस तरीके को परिभाषित करता है जिसके द्वारा कम्युनिकेशन सिस्टम में सूचनाएँ सोर्स (sender) से डेस्टिनेशन (receiver) तक ट्रैवल करती हैं। अर्थात इसके द्वारा उस विधि को बताया जाता है कि कम्युनिकेशन …

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कैश मेमोरी (Cache Memory) क्या है? – What is Cache Memory in Hindi

What is Cache Memory in Hindi

कैश मेमोरी (Cache Memory) क्या है? – What is Cache Memory in Hindi Cache Memory Kya Hai? कैश मेमोरी क्या है? – What is Cache Memory in Hindi… Cache memory, एक अत्यधिक तीव्र गति की, कम संग्रहण क्षमता वाली अस्थायी मेमोरी है। जिसको CPU एवं main memory (RAM) के मध्य लगाया जाता है। जिसका प्रयोग …

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Keyboard क्या है, प्रकार, ले आउट, बटनों के प्रकार व इनका उपयोग

Keyboard in Hindi

कीबोर्ड – जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह एक बोर्ड है, जो कई प्रकार के बटनों (keys) को समेटे हुए है। जो हमारी टाइपिंग के माध्यम से, डेटा इनपुट करने में मदद करता है। इसमें उपस्थित बटनों का क्रम तो टाइपराइटर के समान ही होता है पर इसमें ज्यादा बटने होतीं हैं। जैसे …

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Input Device क्या है? इसके प्रकार व कार्य

Input Devices in Hindi

इनपुट डिवाइसेस वे हार्डवेयर डिवाइसेस होतीं हैं, जिनका प्रयोग कम्प्यूटर में डेटा इनपुट करने व निर्देशों (instruction) को प्रदान करने  के लिए किया जाता है।
अर्थात् इन डिवाइसेस की मदद से डेटा, शब्द या निर्देश कम्प्यूटर की मेमोरी में डाले जाते हैं।

माउस क्‍या है | इसके कार्य और प्रकार | What is Mouse in Hindi

Mouse Kya Hai

माउस (Mouse)- माउस किसी भी कंप्यूटर सिस्टम के लिए मुख्य इनपुट डिवाइस है।

यह एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) प्वाइंटिंग इनपुट डिवाइस है , जिसका प्रयोग कम्प्यूटर में pointer की मदद से, बड़ी ही आसानी से, इनपुट देने के लिए किया जाता है।

Pointer का प्रयोग होने के कारण, इसे प्वाइंटिंग डिवाइस भी कहते हैं।

Block Diagram of Computer in Hindi – कम्प्यूटर का ब्‍लाक डायग्राम

Block Diagram of Computer System in Hindi

एक Computer System का निर्माण- इनपुट डिवासेज, आउटपुट डिवासेज, तथा प्रोसेसिंग डिवासेज (CPU) से मिलकर होता है। इन तीनो डिवाइसेज के पारस्परिक सम्बन्ध को दर्शाने वाले चित्र (Diagram) को Computer का Block Diagram कहते हैं।

इन्‍टरप्रेटर क्‍या है ? Interpreter kya hai in hindi

interpreter kya hai in hindi

Interpreter kya hai in Hindi What is an Interpreter in Hindi? इन्‍टरप्रेटर किसे कहते ? Interpreter:- इन्टरप्रेटर  एक ट्रान्सलेटर प्रोग्राम है जिसका उपयोग उच्चस्तरीय भाषा में लिखे गये प्रोग्राम को मशीन भाषा में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। लेकिन कम्पाइलर व इन्टरप्रेटर में मुख्य अन्तर यह है कि कम्पाइलर पूरे source program को …

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Characteristics of Computer कम्प्यूटर की विशेषताएं

Characteristics of Computer कम्प्यूटर की विशेषताएं

कम्‍प्‍यूटर की ये अद्भुत विशेषताएं ही हैं जो इसे और डिवाइसों से भिन्न बनाती हैं।The characteristics of the computer system are as follows − कम्‍प्‍यूटर की विशेषताएँ निम्‍नलिखित हैं- गति (Speed)- Computer के काम करने की गति मनुष्‍य की तुलना में कई गुना ज्यादा होती है यह बड़े से बड़े अंकगणितीय गणनाओं (Arithmetic Calculation) को …

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Computer Kya Hai – कम्प्यूटर क्या है? | What is Computer in Hindi

Your Computer Notes

कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के शब्द ‘compute’ से हुई है, जिसका अर्थ है –‘गणना करना’। हिंदी में इसे ‘संगणक’ कहते हैं। Computer एक डिजिटल इलेक्ट्रॅानिक डिवाइस है, जो data को इनपुट डिवाइस के द्वारा ग्रहण करता है, फिर इन data को Software या Program के अनुसार, प्रोसेसर (CPU) के द्वारा प्रोसेस या मैनिपुलेट करके वांछित आउटपुट, आउटपुट-डिवाइस के माध्यम से प्रदान करता है।

Operating System (OS) – ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है, इसका मतलब, कार्य व प्रकार

Operating System वह सिस्टम सॉफ्टवेयर है, जो कम्प्यूटर सिस्टम के सभी हार्डवेयर जैसे कि CPU, memory, input व output device आदि तथा कम्प्यूटर में इंस्टॉल हुए सभी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्यों को संचालित, नियंत्रित व व्यवस्थित (operate, control व manage) करता है और यूजर व कम्प्यूटर-हार्डवेयर के बीच मध्यस्थ (interface) का कार्य करता है अर्थात यूजर व कम्प्यूटर हार्डवेयर के मध्य कम्युनिकेशन स्थापित करके, उपयोगकर्ता को इन हार्डवेयर को उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है, इसके साथ ही एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को रन व उपयोग करने के लिए एक वातावरण उपलब्ध करवाता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य – Functions of OS

कंप्यूटर व उसके उपयोगकर्ता के बीच संबंध बनाना।
उपयोगकर्ता व एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बीच संबंध स्थापित करना, और यूजर को एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को use करने के लिए allow करना।
कंप्यूटर के सभी उपकरणों व जुड़े हुए पेरीफेरल डिवाइसेज को नियंत्रित व व्यवस्थित करना एवं उनसे काम लेना।
यूजर द्वारा प्रदान किए गए प्रोग्राम को एग्जीक्यूट करना।

Software की जरूरत क्यों होती है? – Need of Software

Need of Software मॉडर्न कंप्यूटर सिस्टम में सॉफ्टवेयर बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। हमें निम्नलिखित कारणों से सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है –   Automation बार-बार किए जाने वाले कार्यों (repetitive task) को स्वचालित (automate) करने के लिए सॉफ्टवेयर को डिजाइन व उपयोग किया जाता है, जिससे efficiency बढ़ती है और समय व …

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एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है इसके उदाहरण, प्रकार, विशेषताएं एवं कार्य

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर वे सॉफ्टवेयर होते हैं जिनका निर्माण किसी एक या एक से अधिक विशिष्ट कार्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है।

इनका उद्देश्य यूजर की वास्तविक आवश्यकताओं को पूरा करना होता है और ये हाई-लेवल लैंग्वेज का प्रयोग करके लिखे जाते हैं।
इन्हें उपयोग करने से पहले कंप्यूटर सिस्टम में इंस्टॉल करना पड़ता है। कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम इनको मैनेज व कंट्रोल करता है। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को शॉर्ट-फॉर्म में app या apps भी कहते हैं।

प्लॉटर क्या है और इसके प्रकार – Plotter and its types

प्लॉटर प्रिन्टर का ही एक प्रकार है, जिसका प्रयोग – टेक्स्ट, इमेज, ड्रॉइंग, ग्राफ एवं अन्य तरह की डिजाइन्स व ग्राफिक्स को, बड़े आकार एवं हाई क्वालिटी में ड्रॉ करके, प्रिंट करने के लिए किया जाता है। यह एक हार्ड कॉपी, आउटपुट डिवाइस है।

इसमें ड्राइंग बनाने के लिए – पेन, पेंसिल एवं मार्कर आदि राइटिंग टूल का इस्तेमाल किया जाता है। यह राइटिंग टूल सिंगल कलर या मल्टी कलर के हो सकते हैं एवं यह ऑटोमेटेकली मोटर द्वारा चलाए जाते हैं।

सबसे पहला प्लॉटर, रैमिंगटन रैण्ड (Ramington Rand) द्वारा 1935 में विकसित या गया था। शुरुआत में यह UNIVAC computer के साथ जोड़कर उपयोग किया जाता था।

DOS की बूटिंग प्रक्रिया – Booting Process of DOS

Process of Booting of DOS Booting क्या है और DOS की बूटिंग प्रक्रिया Booting क्या है? Booting, कंप्यूटर की एक प्रक्रिया है जो पावर स्विच को ऑन करने से लेकर DOS prompt (DOS के लिए) अथवा Desktop screen (Windows OS के लिए) आने तक की होती है। जब आप कंप्यूटर को चालू करने के लिए …

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प्राइमरी और सेकेंडरी मेमोरी में अंतर

Difference between Primary memory and Secondary memory प्राथमिक एवं द्वितीयक मेमोरी में अन्तर प्राथमिक एवं द्वितीयक मेमोरी के बीच में अन्तर निम्नलिखित है – No. Primary memory Secondary memory 1. यह कम्प्यूटर की मुख्य मेमोरी होती है। यह किसी भी कम्प्यूटर के लिए सहायक मेमोरी (द्वितीयक स्टोरेज) होती है। 2. ये मेमोरी स्थायी (ROM )व …

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