“पर्सनल कंप्यूटर (PC) क्या है? इसके प्रकार, उपयोग, विशेषताएं और इतिहास को आसान हिंदी भाषा में जानिए। प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए उपयोगी जानकारी।”
What is Personal Computer – पर्सनल कंप्यूटर
पर्सनल कंप्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए बनाया गया एक मल्टीपरपज कंप्यूटर है। आकर में छोटा, वजन में हल्का, उपयोग में आसान और कीमत भी इसकी कम होती है। इनको एक जगह से दूसरे जगह ले जाना संभव होता है। इन कंप्यूटर का निर्माण माइक्रोप्रोसेसर की मदद से किया जाता है इसी कारण से ये कंप्यूटर, माइक्रो कंप्यूटर भी कहे जाते हैं। एक छोटी सी चिप में संपूर्ण CPU (माइक्रोप्रोसेसर) फिट कर दिया जाता है।
वर्तमान समय के computers में जो प्रोसेसर प्रयोग किये जा रहे हैं उनमें एक ही चिप पर एक से ज्यादा प्रोसेसिंग यूनिट्स होतीं हैं। प्रत्येक प्रोसेसिंग यूनिट एक स्वतंत्र प्रोसेसर की तरह कार्य करती है। जैसे 8 core प्रोसेसर में आठ प्रोसेसिंग यूनिट्स होतीं हैं, जिनकी वजह से पीसी parallel processing, multitasking आदि करने में सक्षम हो पाता है।
माइक्रोप्रोसेसर (सीपीयू) मुख्यत: तीन भागों से मिलकर बना होता है – ALU, CU, MU
पीसी में उपयोग होने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम (OS)
- Windows
- Mac OS
- Linux
- Chrome OS आदि।
Personal Computer (PC) के विभिन्न रूप
- Desktop
- Laptop/Notebook
- Workstation
- Tablet PC
- Palmtop
- PDA (Personal Digital Assistant)
- All-in-one Computer आदि।
Uses of Personal Computer –
व्यापार में पर्सनल कम्प्यूटर का उपयोग –
- Word Processing
- Accounting
- Spreadsheet
- Desktop Publication
- Database Management
- Online Stores
- Online Classes
- Video Editing
- Communication (Video calls, Email, Messages)
- Blogging आदि।
घरों में पर्सनल कम्प्यूटर का उपयोग –
- मनोरंजन
- Emails भेजने या देखने
- Documents तैयार करने
- Online classes लेने में
- Internet Browsing
- Online banking
- News देखने में
- Communication और अनेकों तरह की information को access करने के लिए।
Evolution of PC अथवा Development of Personal Computer
पर्सनल कंप्यूटर सर्वप्रथम 1970 के दशक में अस्तित्व में आया।
माइक्रोप्रोसेसर के विकास के साथ ही पर्सनल कंप्यूटर के विकास की यात्रा प्रारंभ हुई।
सबसे पहले 1971 में इंटेल कॉरपोरेशन ने पहले कमर्शियल माइक्रोप्रोसेसर 4004 को मार्केट में लॉन्च किया है जो कि व्यावसायिक उपयोग के लिए था। यह माइक्रोप्रोसेसर 4 bit आर्किटेक्चर वाला था और मुख्यतः कैल्कुलेटर में प्रयोग करने के लिए बनाया गया था।
Altair 8800 (1975) – अल्टेयर 8800 –
अल्टेयर 8800 पहला कमर्शियल पर्सनल कंप्यूटर था, जिसका निर्माण MITS (Micro Instrumentation and Telemetry System) अमेरिका द्वारा 1975 में किया गया, इसमें इंटेल 8080 सीपीयू (माइक्रोप्रोसेसर) का प्रयोग किया गया था। और यह काफी सफल हुआ। इसी पीसी की वजह से लोगों को घरों में कंप्यूटर का उपयोग करने की चाहत जागी।
Apple II (1977) –
Apple Inc. द्वारा अपना पहला PC 1977 में Apple II नाम से पेश किया गया, जो काफी लोकप्रिय हुआ। जिसमें 8 बिट माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग किया गया था। Apple Inc. द्वारा बनाया गया पीसी, पर्सनल कंप्यूटर इंडस्ट्री के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
IBM PC (1981) –
IBM (International Business Machine) कम्पनी ने 1981 में अपना पहला पर्सनल कम्प्यूटर IBM PC (model 5150) रिलीज किया जो कि first generation का PC था। और Intel 8088 सीपीयू (माइक्रोप्रोसेसर) का प्रयोग किया गया था। उस समय का सबसे लोकप्रिय PC था।
GUI (Graphical User Interface) –
1984 में Apple द्वारा अपने personal computer के operating system – Apple Macintosh (mac OS) में GUI को introduce किया। OS द्वारा प्रदान किया गया GUI यूजर फ्रेण्डली है जिसकी वजह से PC का उपयोग करना बहुत ही आसान हो गया था।
MS Windows (Microsoft windows) –
1985 मे माइक्रोसॉफ्ट ने पर्सनल कंप्यूटर के लिए विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का पहला संस्करण windows 1.0 रिलीज किया, जो की मॉडर्न विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए नींव (फाउंडेशन) साबित हुआ। और MS DOS की कमांड लाइन इंटरफेस (CLI) की कमियों को दूर करते हुए GUI प्रदान करता था। एवं उस समय बहुत ही लोकप्रिय हुआ।
Advent of Internet (इन्टरनेट का आगमन)
1990 के दशक में इंटरनेट के आगमन से Personal Computers को इंटरनेट से कनेक्ट करके, पूरी दुनिया के कंप्यूटर, सर्वर आदि से जोड़ना व उनकी इनफॉरमेशन को एक्सेस करना आसान हो गया। जिससे पीसी की उपयोगिता कई गुना बढ़ गई।
घर पर बैठे हुए सारी इनफार्मेशन कंप्यूटर के माध्यम से प्राप्त करना संभव हो सका।
PC with multimedia –
1990 के दशक में ही पीसी के लिए माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज 95 ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया गया, जो मल्टीमीडिया की सुविधाओं से लैस था। अब पीसी का उपयोग जरूरी काम के साथ, मनोरंजन के लिए भी होना शुरू हो गया था।
Laptops –
2000 के दशक में एक ऐसे पीसी का प्रचलन हुआ, जिसमें अत्यधिक प्रोसेसिंग पावर, वायरलेस कनेक्टिविटी, पोर्टेबिलिटी आदि की सुविधा थी, यह पीसी लैपटॉप था, जिसको बड़ी ही सुगमता से बैग में डालकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकता था। एवं इसका प्रचलन वर्तमान समय में भी खूब हो रहा है ।
Smart phones and Tablets –
2008 में एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम (Android OS) के आ जाने से स्मार्टफोन का उपयोग फोन एवं पोर्टेबल कंप्यूटर दोनों तरह से अत्यधिक मात्रा में किया जा रहा है। एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के अलावा i OS, Windows OS आदि भी स्मार्टफोन में खूब उपयोग किया जा रहे हैं। टच स्क्रीन का उपयोग input device के लिए किया जाने लगा।
2010 का दशक स्मार्टफोन के साथ-साथ, टैबलेट पीसी, नोटबुक पीसी, ऑल-इन-वन पीसी आदि के भी विकास व प्रचलन का गवाह बना।
AI Integration and Connectivity –
2020 के दशक में AI tools एवं AI devices (smart devices) आदि के आ जाने से, पीसी की बुद्धिमत्ता व क्षमता में अद्भुत रूप से बढ़ोतरी हुई है।
पर्सनल कंप्यूटर ने अपने विकास की यात्रा में यूजर्स को सस्ता, छोटा, शक्तिशाली, तेज तथा विश्वसनीय एवं नित्य नए-नए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कंप्यूटर उपलब्ध कराया है।
यही कारण है कि वर्तमान समय में पीसी के विभिन्न रूप घर-घर में उपयोग किया जा रहे हैं।
मुख्य कंपनियां जो मार्केट में पीसी का विक्रय करती हैं –
Lenovo, HP (Hewlett – Packard), Dell, Apple, Acer, Asus, Microsoft आदि।
Characteristics of Personal Computer – पर्सनल कंप्यूटर के लक्षण/ विशेषताऍं –
पर्सनल कंप्यूटर के लक्षण/ विशेषताऍं निम्नलिखित हैं –
1. User friendly
सामान्यतः पीसी यूजर को GUI (graphical user interface) प्रदान करता है जिससे कंप्यूटर को ग्राफिकल एलिमेंट्स (icon, menu, dialog box, radio button, check box, windows, start menu, task bar, desktop आदि) की मदद से उपयोग करना बहुत ही आसान हो जाता है। इसके साथ ही यह CLI (command line interface) भी प्रदान करता है।
2. Operating System (OS) – Windows, Mac OS एवं Linux
तीन मुख्य ऑपरेटिंग सिस्टम है जो पीसी में उपयोग किए जाते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में एप्लीकेशन एवं अन्य सॉफ्टवेयर को चलाने की अनुमति देता है, हार्डवेयर रिसोर्सेस को मैनेज करता है, इसके साथ ही यूजर को कम्प्यूटर को उपयोग करने के लिए इंटरफेस भी प्रदान करता है।
3. High Storage Capacity
पीसी एक्सटर्नल-मेमोरी के रूप में डेटा को स्टोर करने के लिए विशाल संग्रहण क्षमता प्रदान करता है। सामान्यतः पीसी में स्टोरेज मेमोरी के रूप में HDD, SSD आदि का प्रयोग होता है।
4. Customizability
पीसी से जुड़े हार्डवेयर व पीसी में इंस्टॉल सॉफ्टवेयर के फीचर्स को यूजर अपने जरूरत के अनुसार परिवर्तित व set (कस्टॅमाइज) कर सकता है।
5. General Purpose Computer
पर्सनल कंप्यूटर सामान्यत: जनरल परपज कंप्यूटर होते हैं। यह किसी विशेष कार्य के लिए नहीं बने होते हैं, बल्कि ये एक से अधिक कार्यों को करने में सक्षम होते हैं। जैसे – वर्ड-प्रोसेसिंग, अकाउंटिंग, स्प्रेडशीट, ग्राफिक्स, वेब ब्राउजिंग, मल्टीमीडिया, गेमिंग आदि।
6. Input Devices
पीसी, यूजर के द्वारा, डेटा को इनपुट करवाने के लिए इनपुट डिवाइसेस के रूप में – कीबोर्ड, माउस, टच स्क्रीन, स्टायलस पेन आदि का उपयोग करता है। इसके अलावा human voice भी mice (माइक) के माध्यम से, पीसी द्वारा सीधे ग्रहण की जाती है।
7. Output Devices
पीसी, प्रोसेसिंग के परिणाम को, यूजर को प्रस्तुत करने के लिए, सॉफ्ट-कॉपी आउटपुट डिवाइसेस जैसे कि – मॉनिटर, स्पीकर, प्रोजेक्टर आदि तथा हार्ड कॉपी आउटपुट डिवाइस जैसे – प्रिंटर, प्लॉटर, आदि का प्रयोग करता है।
8. Individual Use
पर्सनल कंप्यूटर को एक अकेला व्यक्ति बड़ी ही आसानी से उपयोग कर सकता है। व्यक्तिगत रूप से इसे घरों व ऑफिसों में कुशलता पूर्वक चलाया जाता है।
9. Multi-tasking
पर्सनल कंप्यूटर एक साथ ही, मल्टीपल टास्क को हैंडल कर सकते हैं, अर्थात यूजर एक ही समय पर एक साथ कई एप्लीकेशन-सॉफ्टवेयर पर काम कर सकता है।
10. Upgradability
पीसी से जुड़े हुए हार्डवेयर कम्पोनेन्ट्स (RAM, Storage devices, Graphics card आदि) को अपग्रेड किया जा सकता है। जबकि इंस्टॉल किए हुए सॉफ्टवेयर को अपडेट व अपग्रेड दोनों किया जा सकता है।
11. Support wide range of H/W and S/W
पीसी अपने कॉन्फ़िगरेशन के अनुसार अनेकों प्रकार के सॉफ्टवेयर को रन करने, व हार्डवेयर को कनेक्ट करने की आजादी देता है।
12. Time and Cost Efficient
पीसी एक महत्वपूर्ण उपकरण है जिसके प्रयोग के माध्यम से यूजर का समय और पैसा दोनों बचता है।
13. Cost Affordability
PC की कीमत इतनी है कि इसे एक सामान्य व्यक्ति भी खरीद सकता है। मार्केट में सामान्यतः 20 से 30 K (K = हजार) में एक अच्छा पीसी मिल जाता है। लेकिन एडवांस्ड कंफीग्रेशन वाले कंप्यूटर की कीमत ज्यादा होती है, जैसे- Gaming PC, Video editing PC आदि।
14. Single User System
इसमें सामान्यत: एक समय में एक ही व्यक्ति कार्य कर सकता है।
15. Wide range usability
वर्तमान समय में PC का प्रयोग लगभग सभी क्षेत्रों में, छोटे-बड़े सरकारी, प्राइवेट संस्थानों एवं घरों आदि में व्यापक स्तर पर हो रहा है। यह एक highly productive उपकरण है।
16. Compact size and Portability
लैपटॉप, टैबलेट, पामटॉप, नोटबुक आदि तरह के पीसी आकार में बहुत छोटे होते हैं, जिनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना संभव होता है। और डेस्कटॉप व ऑल-इन-वन वे PC होते हैं, जिनको हम टेबल के ऊपर रखकर उपयोग कर सकते हैं।
17. Protection and Security features
मैलवेयर एवं अन-एथिकल एक्सेस से डेटा को सुरक्षित रखने के लिए – एंटीवायरस सॉफ्टवेयर, फायरवॉल एवं इंक्रिप्शन आदि फीचर्स पीसी द्वारा प्रदान किया जाता है।
18. Networking/ Communication
यह नेटवर्किंग की सुविधा प्रदान करता है, जिसके माध्यम से अनेकों computers एवं devices को आपस में connect करके, डेटा व इनफॉरमेशन का आदान प्रदान किया जा सकता है, तथा रिसोर्सेस का बेस्ट यूटिलाइजेशन किया जा सकता है। इसके साथ ही नेटवर्क तैयार करने के लिए कंप्यूटर्स एवं अन्य डिवाइसेस को आपस में wired व wireless दोनों माध्यमों से कनेक्ट किया जा सकता है।
19. Internet Connectivity
ज्यादातर PCs में, नेटवर्किंग क्षमता built-in होती है, जिसकी मदद से यूजर अपने पीसी को इंटरनेट से कनेक्ट करके – वेब ब्राउजिंग, स्ट्रीमिंग, वीडियो कॉलिंग, ईमेल आदि का मजा ले पता है।
Personal Computer की अन्य विशेषताओं में शामिल है –
- Accuracy (शुद्धता)
- Automation (स्वचालन)
- Versatility (व्यापकता) – व्यापक उपयोग
- Power of Remembrance
- Diligence (परिश्रम-शीलता/ कर्मठता) – No Tiredness
- Reliability (विश्वसनीयता)
- Feeling less – No Feelings (भावनाओं का अभाव)
- Lack of decision making power (निर्णय लेने की क्षमता का अभाव)
- Scalability (स्केलेबिलिटी) – ability to growth अथवा Expansion of Computer