रैम के प्रकार | Types of RAM in Hindi

रैम क्या है? | What is RAM?

रैम दो प्रकार की होती है-

  1. S RAM
  2. D RAM

S RAM –

S RAM का पूरा नाम स्टैटिकरैम यानी कि Static Random Access Memory होता है।

इस प्रकार की रैम में, एक बार lode या store हुए डेटा व प्रोग्राम, तब तक संग्रहित रहते हैं जब तक इसे निरंतर पावर सप्लाई मिलती रहती है। अथवा प्रोसेसिंग में उपयोग हो रही फाइल या प्रोग्राम को न बंद कर दिया गया हो।

Static RAM को बार-बार रिफ्रेश या रिचार्ज (विद्युत आवेशित) करने की जरूरत नहीं होती है। अत: इनकी रिफ्रेश रेट कम होती है। जिसकी वजह से यह data को ज्यादा समय तक, अस्थाई तौर पर load कर पाती है।

इसकी डेटा ट्रांसफर करने की गति, डायनैमिक रैम की तुलना में तेज होती है। मतलब इनका access time कम होता है, पर यह महंगी होती है।

स्टैटिक-रैम वोल्टेज (voltage) के रूप में बिट (Bit) को स्टोर करती है।

Static RAM का उपयोग-

स्टैटिक-रैम का सामान्यत: प्रयोग- प्रोसेसर की तेज गति की मेमोरी रजिस्टर (CPU Register) और कैश मेमोरी (Cache memory) बनाने के लिए किया जाता है।

D RAM

D RAM का पूरा नाम डायनैमिक-रैम यानी कि Dynamic Random Access Memory होता है।

DRAM की खोज सर्वप्रथम 1968 में राबर्ट डेनर्ड (Robert Dennard) द्वारा की गई थी। इन्टेल कार्पोरेशन वह पहली कम्पनी थी जिसने 1970 के दशक में इसे बाजार में लान्च किया था।

यह सबसे सामान्य प्रकार की रैम है।

डायनैमिक रैम को बार-बार रिफ्रेस करने की जरूरत होती है। और यह bit को आवेश (charge) के रूप में संग्रहित करती है।

यहां पर रिफ्रेस (refresh) का मतलब क्या है, इस बात को समझते हैं-

डायनैमिक रैम में संग्रहित data निरंतर रूप से विद्युत सप्लाई होने पर भी, कुछ ही समय (मिली सेकेंड) में weak (कमजोर) होने लगते हैं, इसलिए इस प्रकार की रैम में एक रिचार्ज सर्किट जुड़ा रहता है, जो इसे बार-बार रिचार्ज या रिफ्रेस करता रहता है, यही वजह है कि इसकी रिफ्रेश रेट अत्यधिक होती है। अर्थात डायनामिक रैम को बार-बार रिफ्रेश करने की आवश्यकता होती है। लगभग 1 सेकंड में हजारों बार।

यहां refresh का मतलब Dynamic ram Chip को रिचार्ज या पुन: आवेशित करने से है।

और बार-बार refresh होने की वजह से इसमें स्टोर data बार-बार मिटता है और पुन: लिख जाता है, मिटता है और और पुन: लिख जाता है। यह प्रक्रिया इतनी तेजी से होती है कि user समझ नहीं पाता है कि डेटा बार-बार refresh हो रहा है और वह data व program को continuous form में experience करता है।

 

इसके जल्दी-जल्दी / बार-बार रिफ्रेश होने के कारण ही यह स्टैटिक रैम की अपेक्षा धीमी गति से कार्य करती है।

हालाकि Dynamic RAM की डेटा ट्रान्सफर करने की गति, Static RAM की तुलना में कम होती है, और इनके साथ सर्किट लगाकर बार-बार refresh या recharge (पुन:आवेशित) करने की भी आवश्यकता होती है, पर फिर भी इसका प्रचलन स्टैटिक रैम की तुलना में अधिक है, क्‍योंकि इनकी कीमत कम होती है और power (विद्युत) भी कम consume करती है। और साथ कम स्थान भी घेरती है।

Dynamic RAM का उपयोग का उपयोग

डायनैमिक-रैम का सामान्यत: प्रयोग- कम्प्यूटर की main memory बनाने के लिए किया जाता है।

Static RAM और Dynamic RAM में अन्तर | Difference between Static RAM and Dynamic RAM 

डायनैमिक रैम के प्रकार | Types of Dynamic RAM

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