Computer Virus की कार्य प्रणाली / Working principles of computer Virus
Computer virus अपने कार्य को कैसे अंजाम देते हैं
- Computer virus क्या है? और इनके प्रकार
- दुनिया का सबसे पहला कंप्यूटर वायरस
- Function of Computer Virus – कम्प्यूटर वायरस के कार्य
- कम्प्यूटर वायरस के प्रकार / Types of Computer Virus
Virus working principles
Computer virus विभिन्न स्टेप्स से गुजर कर अपने कार्य को अंजाम देते हैं जिन्हें इनका working principles कहते हैं जो कि निम्नलिखित हैं –
संक्रमण (Infection) – सबसे पहले computer virus आपने आप को computer system में प्रवेश कराने की कोशिश करता है। इसके लिए virus एक प्रवेश मार्ग खोजता है जैसे कि संक्रमित फाइल्स, email attachments, Internet downloads या अनुप्रयोगों (applications s/w – Apps) के माध्यम से।
क्रियान्वयन (Execution) – इस प्रक्रिया में user द्वारा अनजाने में वायरस से संक्रमित हो चुकी क्रियान्वयन योग्य फाइल को, खुद ही execute कर दी जाती है जिससे इन files में उपस्थित virus code भी क्रियान्वित हो जाता है।
प्रसार (propagation) – जौं ही virus code क्रियान्वित होता है तो वह पूरे सिस्टम में फैल जाता है। इसके साथ ही virus अपने आप को प्रसारित करने का प्रयास कर सकते हैं अर्थात network में एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक पहुँचने का प्रयास करते हैं। इस प्रक्रिया में virus अपने आप को replicate करते है अर्थात virus अपनी प्रतिलिपि बनाने का प्रयास करते हैं। और विभिन्न संरचनाओं, files या system में खुद को कॉपी करते हैं। ये नई संक्रमित प्रतिलिपि files, folders, network resources या अन्य संरचनाओं को संक्रिमित कर सकता है। virus का प्रसार (फैलाव) संक्रिमित files को share करने से भी होता है।
नुकसान पहुँचाना (Damage) – वायरस का असली उद्देश्य नुसानदायक कोड को सक्रिय करके computer system को हानि पहुँचाना ही होता है और प्रोग्रामर ने जिस भी उद्देश्य के लिए virus का निर्माण किया है वह कार्य पूरा करना है।
प्रतिरोधहीनता (resistance) – प्रतिरोधक क्रिया को निष्क्रिय करना – वायरस computer system में install एंटीवायरस सॉफ्टवेयर के उपयोग को निष्क्रिय करने का प्रयास करता है जिससे व्यक्ति को उन्नत सुरक्षा उपायों का लाभ नही मिल पाता है और virus अटैक करने में सफल हो जाते हैं। इस प्रक्रिया में antivirus software भी वायरस को detect नही कर पाता है। इस क्रिया को camouflage (छलावरण) कहते हैं।
अपनी पहचान छुपाना – virus हमेशा अपनी पहचान छुपाने की कोशिश करते हैं चूँकि ये किसी ऐसे प्रोग्राम/software या files के साथ होते हैं जो कि user के देखने में बड़े ही उपयोगी प्रतीत हाते हैं और जैसे ही user इन files, program, software को open करता है या execute करता है virus भी activate हो जाते हैं और अपनी विशेषताओं व निर्देशों के आधार पर अपना कार्य आरम्भ कर देते हैं।
ये principles वायरस की कार्यप्रणाली का एक संक्षिप्त structure है। हालाकि यह virus के प्रकार और उद्देश्श् के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।
- Virus Detection and Prevention – वायरस डिटेक्शन एवं प्रिवेंशन टेकनीक
- कम्प्यूटर वायरस के उदाहरण
- जांबी वायरस (Zombie Virus) क्या है?
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