NFC क्या है | इसका फुलफार्म | उपयोग | लाभ व हानि

NFC, डेटा ट्रांसफर करने और पेमेन्ट करने की एक latest wireless technology है। जो वर्तमान समय में काफी प्रचलित हो रही हैं।

Full form of NFC | फुलफार्म 

NFC का पूरा नाम (full form) – Near Field Communication है।

हिन्दी में इसे- निकट क्षेत्र संचार कहते हैं।

What is NFC hindi

NFC क्या है?

जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि, यह एक short range, wireless technology है, जो डिजिटल इलेक्ट्रानिक डिवाइसेज (जैसे-कम्प्यूटर, मोबाइल, डिजिटल कैमरा आदि) के मध्य data (documents, images, videos आदि) के आदान-प्रदान और payment करने के लिए, contact-less तरीके को उपलब्ध कराती है।

Contact-less communication मतलब ऐसी सुविधा जिसमें डिवाइसेस के मध्य डेटा के आदान प्रदान के लिए, उन्हें wire से कनेक्ट करने की या छूने तक की जरूरत नही पड़ती है।

इस technology द्वारा डेटा को ट्रान्सफर करने के लिए, जो डिवाइस डेटा को send कर रही है, तथा जो डिवाइस डेटा को receive कर रही है, दोनो में NFC इनेबल (enable) होना चाहिए, साथ ही दोनो, एक दूसरे के पास होनी चाहिए, तभी डेटा का आदान-प्रदान अथवा payment सम्भव हो पायेगा।

NFC रेडियो फ्रिक्वेन्सी तकनीक का इस्तेमाल करती है, कनेक्टिविटी के लिए।

यह तकनीक short distance में work करती है। लगभग् 4 c.m. तक की दूरी पर।

सामान्य तौर पर देखने पर ब्लूटूथ, वाईफाई, और NFC तीनों एक जैसे ही प्रतीत होते हैं क्योंकि ये तीनों ही, डिजिटल डिवाइसेस के मध्य डेटा के आदान-प्रदान के लिए वायरलेस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। पर Near Field Communication इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडियो फील्ड्स (electromagnetic radio fields) का इस्तेमाल करता है। जबकि Bluetooth and Wi-Fi जैसी तकनीक radio transmissions का प्रयोग करते हैं।

NFC payment की सुविधा प्रदान करने वाले Apps व डेबिट/क्रेडिट कार्ड कम्पनियॉं

Apps के उदाहरण -Google pay, Apple pay, Airtel payment bank, LifeLock Wallet, Master Card PayPass, PayPal आदि हैंं।

Debit card बनाने वाली कम्पनियॉं – Visa, Master card, RuPay (Indian company)]  American Express आदि हैंं।

Use of NFC technology in Hindi | NFC technology का उपयोग

NFC टेक्नोलॉजी का प्रयोग निम्न क्षेत्रों में हो रहा है-

कम्प्यूटर मेंकम्प्यूटर द्वारा NFC technology वाले डिवाइसेस से, डेटा इनुपट के रूप में प्राप्त करने के लिए।

डिजिटल कैमरा में– वर्तमान समय में डिजिटल कैमरा ब्लूटूथ, वाईफाई के साथ ही NFC टेक्नोलॉजी से लैस होते हैं जिसकी मदद से, इनके द्वारा रिकॉर्ड किए गए videos व click की गई पिक्चर सीधे ही कंप्यूटर में भेजी जा सकती है।

कॉन्टेक्टलेस एटीएम / डेबिट / क्रेडिट कार्ड में– इन कार्ड्स में भी NFC टेक्नोलॉजी का ही प्रयोग इनको contact-less बनाने के लिए किया जाता है। जिससे आप को payment करने के लिए मशीन में swipe करने की जरूरत नही पड़ती है।

आपने जरूर देखा होगा कि जब आप कांटेक्टलेस कार्ड के द्वारा पेमेन्ट करते हैं, तो आपके कार्ड को, पेमेन्ट रिसीव करने वाली मशीन (terminal) के पास ले जाना पड़ता है, और आपका payment हो जाता है।

स्मार्टफोन में– Digital contact less Payment करने के लिए, वर्चुअल डेबिट कार्ड द्वारा।

नए जमाने के स्मार्टफोन में भी NFC सुविधा उपलब्ध होने लगी है, जिसकी मदद से आप, बैंकों व Apps द्वारा प्रदान किये जाने वाले वर्चुअल डेबिट कार्ड (Virtual Debit Card) द्वारा भी contactless तरीके से पेमेन्ट कर सकते हैं।

केवल आपको अपने फोन में पेमेन्ट का अमाउन्ट डालना होगा, पेमेन्ट मोड में वर्चुअल डेबिट कार्ड सेलेक्ट करके पेमेन्ट रिसीव करने वाली NFC enabled मशीन के पास ले जाना होगा और आपका पेमेन्ट हो जाएगा।

मतलब इस तकनीक द्वारा आपका स्मार्टफोन, आपके बैंक द्वारा प्रदान किये गये वर्चुअल डेबिट कार्ड को फिजिकल डेबिट कार्ड की तरह उपयोग करने की  सुविधा प्रदान करता है।

What is NFC in Hindi

इसके अलावा फिजिकल रूप से मिलने वाले cards जैसे- Business Card, Wending Card, Shopping Card, Discount Card, Travel Card, Security Access Control Card आदि तरह के कार्ड जो अभी फिजिकल रूप में हम प्राप्त करते हैं, NFC Technology इन्हें, स्मार्टफोन की मदद से Virtual form में उपयोग करने में सक्षम बनाती है।

NFC Devices के प्रकार | Types of NFC Devices

NFC तकनीक का प्रयोग करने वाली डिवाइसेस दो प्रकार की हो सकतीं हैं-

  1. Active NFC Devices
  2. Passive NFC Devices

Active NFC devices – ये वे डिवाइस होतीं हैं जो Information को read व write दोनों कर सकती हैं। मतलब Information को receive व send दोनों कर सकती हैं। जैसे- Smartphone, NFC point-of-sale terminal.

Smartphone के द्वारा NFC Tag में Information को read व write दोनो किया जा सकता है।

Passive NFC Devices– ये वे डिवाइस होतीं हैं जो केवल Information को store कर सकती हैं, न तो ये खुद read कर सकती हैं और न ही write. जैसे- NFC Tag and stickers, credit/debit card आदि।

NFC के लाभ व हानि |Advantages and disadvantages of NFC in Hindi

Advantages of NFC in Hindi | एनएफसी के लाभ

  • NFC ने payment करने की प्रोसेस को काफी तेज और सुविधाजनक बना दिया है, स्मार्टफोन व टेबलेट के द्वारा।
  • समय की बचत होती है।
  • Contactless payment system को संभव बना दिया है, डेबिट कार्ड व स्मार्टफोन के द्वारा।
  • Virtual payment card को physical payment card की तरह इस्तेमाल करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • Picture, Audio, Video आदि तेजी से आदान-प्रदान करना।
  • NFC payment system ज्यादा सिक्योर है, रेगुलर मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले क्रेडिट व डेबिट कार्ड की तुलना में।

Disadvantages of NFC in Hindi | एनएफसी के हानि

  • इसमें कोई संदेह नही है कि, यह तकनीक रेगुलर क्रेडिट व डेबिट कार्ड की तुलना में यह ज्यादा सिक्योर है, पर 100% सिक्योर नही कही जा सकती है। क्योंकि हैकर्स हमेशा कोशिश करते रहते हैं, यूजर्स के personal financial data को चुराने की। इसलिए इसकी सिक्योरिटी में हमेशा improvement करने की जरूरत है।
  • NFC technology काफी महँगी है, क्योंकि इसको Install करने के लिए equipments, Hardware, Software और इस सिस्टम को मेन्टेन करने के लिए skilled technicians को hire करने की  लागत काफी ज्यादा होती है। यही वजह है कि बड़ी-बड़ी कम्पनियॉं तो इसका लाभ ले रहीं हैं, पर छोटी कम्पनियों के लिए काफी मुस्किल है इस तकनीक को इस्तेमाल करना।
  • NFC तकनीक long distance को support नही करती है।

 

I hope, आपको यह आर्टिकल- NFC क्या है  | What is NFC in Hindi – जरूर पसंद आया होगा।

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