MICR क्‍या है? | What is MICR in Hindi | MICR Code क्‍या है?

MICR kya hai | What is MICR in Hindi | Meaning of MICR in Hindi

MICR क्‍या है? | What is MICR in Hindi

एम आई सी आर (MICR) एक विशेष प्रकार के स्कैनर होते हैं, जो सिर्फ उन्हीं कैरक्टर्स को पढ़ते हैं, जो एक विशेष मैग्नेटिक इंक (चुंबकीय स्याही), जिसमें आयरन ऑक्साइड के कण मौजूद होते हैं, से लिखे या छपे होते हैं। यह एक इनपुट डिवाइस है।

अर्थात्

Magnetic Ink (चुंबकीय स्याही) से छपे या प्रिन्ट किये गये अक्षरों या डाक्यूमेंट को, जिस स्कैनर द्वारा recognise (पहचाना) या read किया जाता है, उसे Magnetic Ink Character Reader या MICR कहते हैं।

इसका प्रयोग बैंकिंग क्षेत्रों में सबसे ज्यादा किया जा रहा है।

बैंकों के चेक (cheque) व डीडी (डिमांड ड्राफ्ट) की सत्यता की जांच करने में इनका प्रयोग किया जाता है।

चेक में बैंक का आइडेंटिफिकेशन कोड, IFSC Code, कस्टमर का अकाउंट नंबर, चेक नंबर, एमआईसीआर कोड (MICR Code) आदि मैग्नेटिक इंक से लिखा रहता है।

MICR की मदद से, चेकों व डीडी पर छपी जानकारी की तुलना, बैंकों के पास संग्रहित जानकारी व डेटा से करके, इनकी सत्यता (authenticity) की जॉंच की जाती है।


Full form of MICR | Meaning of MICR inHindi

MICR का full form- Magnetic Ink Character Recognition या Magnetic Ink Character Reader है।

MICR का पूरा नाम- मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकग्निशन या मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रीडर है।


यह तकनीक स्टेनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ अमेरिका (SRI-Stanford Research Institute) और जनरल इलेक्ट्रिक कम्प्यूटर लेवोरेटरी द्वारा विकसित की गई थी।

इसका निर्माण विश्व के सबसे बड़े बैंक “Bank of America” के उपयोग के लिए किया गया था। लेकिन बाद में, लगभग विश्व के सभी बैंक इसका उपयोग करने लगे हैं।


MICR कैसे काम करता है? | MICR प्रोसेस कैसे काम करती है? | How does MICR process work?

जब कस्टमर द्वारा भरा गया चेक, बैंक द्वारा प्राप्त किया जाता है, तब चेक की सत्यता की जांच के लिए इसे MICR (Magnetic Ink Character Recognition) की प्रोसेस से गुजारा जाता है। यह कार्य MICR की मदद से किया जाता है जो कि एक स्कैनर है।

चेक, मैग्नेटिक फील्ड (Magnetic field) से होकर गुजरता है और आयरन ऑक्साइड (Fe2O3) वाले कण (particles) मैग्नेटाइज्ड हो जाते हैं, तथा मैग्नेटिक इंक से छपे कैरेक्टर, MICR  के हेड द्वारा पहचान या रीड कर लिए जाते हैं।

इस प्रक्रिया में चेकों या डिमाण्ड ड्राफ्ट (DD) पर छपी हुई जानकारी की तुलना, पहले से संचित डेटा व जानकारी से की जाती है, और यह पता लगाया जाता है कि, यह जानकारी सही है या नही। बाद में यह पढ़े हुए कैरेक्टर, कंप्यूटर को इनपुट के रूप में भेज दिए जाते हैं।

MICR की काम करने की यह इन्टरनल प्रोसेस है। वैसे एक चेक या डीडी को स्कैन करने में एमआईसीआर को एक सेकेंंड का भी समय नहीं लगता। यह सारी प्रोसेस काफी तेजी से होती है। प्रति घंटे हजारों cheques व DD स्कैन किए जा सकते हैं।


MICR का प्रयोग कहॉं-कहॉं किया जाता है?

MICR का ज्यादातर प्रयोग, तो बैंकों में, चेक व DD को स्कैन करके read करने में किया जाता है। पर इसके अलावा Coupons, Credit/Debit Card, Airplane tickets, Insurance Premium receipts, Stamp paper आदि में भी मैग्नेटिक इंक (चुंबकीय स्याही) से छपे अक्षरों को पहचानने के लिए किया जाता है।

Leave a Comment

error: Content is protected !!