Limitations of Computer- कंप्यूटर की सीमाएँ
- कंप्यूटर की क्षमता सीमित होती है जिस तरह के data व निर्देश दिए जाते हैं अपने hardware की क्षमता के अनुरूप वैसे ही कार्य करता है।
- कंप्यूटर स्वयं निर्णय नहीं ले सकता है, यूजर द्वारा कंप्यूटर में इंस्टॉल किए गए सॉफ्टवेयर और दिए गए डेटा व निर्देश के आधार पर ही कार्य कर सकता है।
- कंप्यूटर अपनी रक्षा करने में असमर्थ होता है, हम उसको तोड़ सकते हैं या उसके किसी भी पार्ट में छेड़खानी भी कर सकते हैं।
- कंप्यूटर में बुद्धिमता (intelligence) की कमी होती है वह सही users की पहचान करने में असमर्थ होता है, अवैध व्यक्ति के पास यदि हमारा user ID व password है तो कंप्यूटर उसे भी डेटा एक्सेस करने की अनुमति दे देता है।
- कंप्यूटर malwares, viruses, hackers आदि से प्रभावित हो जाता है।
- High configuration व performance वाले कंप्यूटर की लागत अत्यधिक होती है।
- कंप्यूटर खुद से कोई creative task (रचनात्मक कार्य) नहीं कर सकता क्योंकि उसमें सोचने व समझने की क्षमता नहीं होती है।
- कंप्यूटर में भावना (emotions/ feelings) नहीं होती है इसलिए वह परिस्थिति के अनुसार नहीं, बल्कि data, instructions, software व hardware अनुसार सूचना प्रदान करता है।
- कंप्यूटर सिस्टम को सुचारू रूप से ऑपरेट करने के लिए तापमान लगभग 10 से 35 डिग्री सेल्सियस (अथवा 50 से 95 डिग्री फेरन्हाइट) के बीच होना चाहिए।
निष्कर्ष:
कंप्यूटर तेज़ और सटीक गणना कर सकता है, लेकिन यह स्वतंत्र रूप से सोचने और निर्णय लेने में असमर्थ है। यह केवल पहले से दिए गए निर्देशों के अनुसार कार्य करता है और भावनाओं या रचनात्मकता की कमी होती है। इसके अलावा, हार्डवेयर या सॉफ़्टवेयर खराबी से यह अस्थायी रूप से निष्क्रिय हो सकता है। इसलिए, यह मानव बुद्धि का विकल्प नहीं बल्कि एक सहायक उपकरण है।