द्वितीयक मेमोरी (सेकेंडरी मेमोरी – Secondary memory) क्या है?
कम्प्यूटर में हमारे सभी डेटा, इनफार्मेशन एवं सॉफ्टवेयर (प्रोग्राम्स) को स्थाई तौर पर स्टोर करने के लिए, जिस मेमोरी का प्रयोग किया जाता है वह द्वितीयक मेमोरी (सेकेंडरी मेमोरी – Secondary memory) कहलाती है।
प्राथमिक मेमोरी (प्राइमरी मेमोरी) या मेन मेमोरी,अस्थायी (volatile) और सीमित संग्रहण क्षमता वाली होती है। इन दोनों कमियों को दूर करने के लिए, द्वितीयक मेमोरी का प्रयोग किया जाता है। जो कि स्थाई (non-volatile) होती है, अर्थात डेटा को स्थायी (permanent) रूप से संग्रहित करती है। तथा बड़ी मात्रा में विशाल संग्रहण क्षमता उपलब्ध कराती है जिससे यूजर अपनी जरूरत के अनुसार जितना चाहे उतना डेटा स्टोर कर सकता है।